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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथो ढोले हुए सम्मानित

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथो ढोले हुए सम्मानित

कार्यकुशल प्रशासक ढोले को मिला सकाल सम्मान 

मीरा भायंदर। मीरा भायंदर के कार्य कुशल प्रशासक दिलीप ढोले सही मायने में सम्मान के हकदार है। 3 मार्च 2021 को उन्होंने कार्यभार संभाला था। उस वक्त कोरोना की दूसरी लहार ने पुरे देश में हाहाकार मचा रखा था। कोरोना की पहली लहर में कही न कही लोगों को सम्भलने का मौका मिला था,लेकिन दूसरी लहर ने पूरा जन जीवन ही अस्त व्यस्त कर दिया था,लोग ऑक्सीजन की कमी से मौत के आगोश में जा रहे थे,अस्पताल वालों ने हाथ खड़े कर दिए थे,ऑक्सीजन की कमी के चलते यह मीरा भायंदर का ही आलम नहीं था,पुरे देश में यही हालात थे और इन हालातों में दिलीप ढोले की अग्नि परीक्षा थी .जिसमे वह सफल रहे यह अकेले व्यक्ति थे जो ऑक्सीजन के टैंकरों को मीरा भायंदर में लाने के लिए अहमदाबाद वसई हाईवे पर अपनी टीम के साथ खड़े रहते ताकि ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे मीरा भायंदर वासियों की जान बचाई जाए। मीरा भायंदर के तक़रीबन नेता,अभिनेता,नगरसेवक घरो में दुबके रहते लेकिन दिलीप ढोले एक सिपाही की तरह मुस्तैदी से अपने कर्म को अंजाम देने में लगे हुए थे। 

मनपा के कई अधिकारी कोरोना की चपेट में आ चुके थे लेकिन दिलीप ढोले ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए आपातकालीन बैठके करके आई हुई तीसरी लहर से लोहा लिया। आज मीरा भायंदर से कोरोना नगण्य स्तिथि में है तक़रीबन नयानगर को छोड़कर पुरे मीरा भायंदर वासियों ने कोरोना के 2 डोज ले रखे है। नयानगर में भी जनजागृती का अभियान चलाया वहां के स्थानीय कोंग्रेसी नेता मुजफ्फर हुसैन और मस्जिदों के मौलानाओं द्वारा फिर भी 30 प्रतिशत लोग अभी भी टीके की दूसरी डोज से वंचित है। 

दिलीप ढोले को आज मीरा भायंदर का हर व्यक्ति कार्यकुशल प्रशासक के नाम से पुकारता है। दिलीप ढोले कार्य यही नहीं रुका मीरा भायंदर के चौमुखी विकास को भी गति दी। मीरा भायंदर को गार्डन सिटी का रूप देने जापानी पद्धति मियावाकी द्वारा खूबसूरत जंगलों का निर्माण करके पर्यावरण की रक्षा का जिम्मा भी उठाया और अपने सभी कर्मचारियों,अधिकारीयों को माझी वसुंधरा के तहत शपथ दिलाकर मीरा भायंदर के 72 गार्डनों की काया पलट कर रहे है। इतने में ही इनका कार्य खत्म नहीं होता है। मीरा भायंदर को हेरिटेज सिटी बनाने का संकलप भी लिया है,जिसके तहत जंजीरे धारावी किले को दुबारा जिन्दा करके इस ऐतिहासिक धरोहर को पर्यटक स्थल बनाने जा रहे है,उसके ऊपर जंजीरे धारावी किले के जनक चिमाजी अप्पा का भव्य स्मारक बनाया गया है। जिसका लोकार्पण पर्यटक मंत्री आदित्य ठाकरे के हाथों होने वाला है। घोड़बंदर किले को भी सुशोभित किया जा रहा है। इन पर्यटकों स्थलों के लिए 30 ई बसों को शुरू किया जायेगा कही न कही मीरा भायंदर हेरिटेज सिटी का सपना जल्द पूरा होने जा रहा है। इन सभी कार्यों के लिए कार्यकुशल प्रशासक कहा जा रहा है। मीरा भायंदर में कई आयुक्त आए लेकिन इतनी विशाल सोच और उसको रूप देना सिर्फ ढोले ने ही किया। हाल ही में कोरोना योद्धा के लिए राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी द्वारा इनको कोरोना योद्धा पुरस्कार मिला साथ में 50 हजार नगद जो इन्होने गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए दान दे दिए। महाराष्ट्र के सबसे बड़े मीडिया समूह "सकाल" द्वारा इन्हे "सकाल सम्मान" से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथों सम्मानित किया गया जो कि मीरा भायंदर वासियों के लिए गौरव की बात है। हाल ही में दबंग खबरे द्वारा इनके द्वारा किये गए कार्यों का लेखा जोखा प्रकाशित किया गया था,जो शहर में चर्चा का विषय बना,अच्छे कामों की हमेशा कद्र होती है और इंसान अपने कर्मों से ही अपनी पहचान बनाता है। जिस तरह अपने नेक कार्य कुशल कर्मों द्वारा, यह मीरा भायंदर ही नहीं पुरे महाराष्ट्र के लिए एक प्रेरणा बने है।



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