दीक्षा नर्सिंग होम के सामने शव रख परिजनों ने काटा बवाल, मौके की नजाकत पर पुलिस हुई सतर्क
दीक्षा नर्सिंग होम के सामने शव रख परिजनों ने काटा बवाल, मौके की नजाकत पर पुलिस हुई सतर्क
मेंहनगर (आजमगढ़) स्थानीय थाना क्षेत्र के हटवां आइमा निवासी विवाहिता अंजली उम्र 28 वर्ष पत्नी मंतोष यादव को दो बेटियों के बाद तीसरे महीने की गर्भवती थी आचानक पेट मे दर्द होने के कारण जब परिजन हॉस्पिटल लेकर आये तो वहां पर डॉक्टर ने एक इंजेक्शन दिया जिसके पूरे शरीर मे छाला के जैसा होने लगा जब डॉक्टर नीतू सिंह से परिजनों ने पूछा तो नर्सिंग होम संचालिका नीतू सिंह ने परिजनों को जिला अस्पताल ले जाने के लिए कहा। परिजनों ने अंजली को लेकर मंगलवार को दोपहर जिला अस्पताल लेकर जा रहे थे कि ऊंची गोदाम बाजार के पास पहुंचते ही रास्ते में दम तोड़ दिया और अंजली की मौत हो गई ।परिजन शव को वापस लेकर कस्बा स्थित दीक्षा नर्सिंग होम पंहुचे और शव रखकर बवाल काटने लगे। सूचना पर पहुंची मेंहनगर पुलिस ने स्थिति को देखते हुए थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह मय फोर्स मौके बुला लिया। बढ़ती पुलिस की संख्या देख परिजन नर्सिंग होम संचालिका नीतू सिंह को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे। घटना मंगलवार शाम 4:30 बजे की है। पुलिस और परिजनों के बीच मान मनौव्वल चल रहा है। जबकि नर्सिंग होम संचालिका को पुलिस कस्टडी में होने की बात थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह कर रहे हैं।
बताते चलें मृतका अंजली यादव का मायका जहानागंज थाना क्षेत्र के बसारिक पुर की शादी मेंहनगर थाना क्षेत्र के हटवां आइमा निवासी मंतोष के साथ वर्ष 2015 में हुई थी। शादी के एक साल बाद अंजली को एक पुत्री हुई, जबकि तीन वर्ष बाद पुनः अंजली ने फिर एक बेटी को जन्म दिया। जिससे परिवार के लोग नाराज़ थे। इसी क्रम में तीन माह पूर्व अंजली एक बार फिर गर्भवती हो गई। पेट मे अधिक दर्द होने के कारण मेंहनगर कस्बा स्थित दीक्षा नर्सिंग होम पर सोमवार को आईं थीं।
मृतका का पति तीन भाइयों में दुसरे नंबर पर है,और रहकर प्राईवेट चार पहिया वाहन रखकर चलाता है, जबकि एक भाई बाहर रहकर गाड़ी चलाने का काम करता है, जबकि छोटा भाई दिल्ली में किसी निजी कंपनी में कार्यरत हैं। अंजली की असामयिक मृत्यु से उसकी दो अबोध बेटियों के सर से मां का साया उठ जाने से परिवार में कोहराम मचा हुआ है मौके की नजाकत देखते हुए मेहनगर थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह जी ने अन्य थानों की फोर्स मंगाली की कोई अप्रिय घटना न हो उस स्थिति में बहुत ही सूझ बूझ से जो कार्य मेहनगर तहसीलदार राजीव कुमार ने किया वह बहुत ही सराहनीय कार्य था किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया गया शांत करा के बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर जो भी कार्रवाई होगी उचित कार्रवाई की जाएगी
लेकिन ऐसी घटना के लिए कहीं ना कहीं सीएमओ आजमगढ़ भी बहुत बड़े जिम्मेदार साबित होते हैं क्योंकि यह प्राइवेट हॉस्पिटल यहां चलाए जा रहे हैं तो क्या वह जांच करते हैं कि यह जो नर्सिंग होम खोलने या हॉस्पिटल खोलने पर सही रूप से सुचारू तरीके से संचालित होंगे अगर देखा जाए तो मेहनगर खरिहानी ऐसे बहुत से अवैध हॉस्पिटल है जिसमें किसी प्रकार की सुविधाएं लगभग नही है जैसे जो शादी टिकट लगता है वह बहुत ही कम लोगों के पास है ऐसी स्थिति में कहीं न कहीं जिला प्रशासन भी बहुत ही निंदनीय कार्य करता है जिसके जिम्मेदार मुख्य चिकित्सा अधिकारी आजमगढ़ कि अगर कहीं जाए तो यह कहीं ना कहीं गलत नहीं होगा ऐसी स्थिति में जांच करके अवध हॉस्पिटल अवध विद्यालय पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि किसी और गरीब की जान न जा सके किसी बच्चों को अनाथ होने से बचाया जा सके