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महाविकास आघाड़ी सरकार का किसानों को तोहफा

महाविकास आघाड़ी सरकार का किसानों को तोहफा

पालघर जिले में 1 लाख क्विंटल धान की खरीदी

किसानों से डेढ़ महीने में 20 करोड़ की धान खरीदी

किसानों की बल्ले-बल्ले

सीएम उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार किसानों के हित में लगातार कल्याणकारी कदम उठा रही है। गत वर्षों में कृषि और किसानों की बेहतरी के लिए जो सतत प्रयास किए गये हैं उनके उत्साहजनक व सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं। सरकार किसानों के कल्याण के लिए जिस मनोयोग से काम में जुटी है, इससे किसानों के जीवन में अब जमीनी बदलाव दिखने लगे है। महाराष्ट्र राज्य सहकारी आदिवासी विकास महामंडल प्रादेशिक कार्यालय जव्हार के अंतर्गत आधारभूत खरेदी योजना के तहत जिले में 2021-22 में 5 जनवरी तक 2987 किसानो से 102014 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इसकी कुल कीमत 19 करोड़ 79 लाख 7 हजार 916 रुपये है। यह रकम जल्द ही किसानों के खाते में जमा हो जाएगी। पिछले काफी समय से जिले के किसान कोरोना महामारी, बारिश, प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहे है। लेकिन राज्य सरकार के कल्याणकारी कदमों की वजह से इन्हें बड़ी राहत मिली है। पालघर जिले के किसानों ने पिछले खरीफ सीजन में उगाए गए धान की फसल को आदिवासी विकास महामंडल के माध्यम से जिले के कुल 34 बुनियादी धान खरीद केंद्रों पर बेचना शुरू कर दिया है। इन केंद्रों पर अभी करीब एक महीने और धान की खरीदी होगी। जिससे इस दौरान एक लाख क्विंटल और धान की खरीदी होने की संभावना है।

सभी तालुका में बनाये गए खरीदी केंद्र

जव्हार तालुका के जव्हार व चालतवाड इन दोन केंद्र पर 5 जनवरी तक 100 किसानों से 2320 क्विटल धान की खरीदी की गई है। जिसकी कीमत  45 लाख 600 रुपये है।

विक्रमगड तालुका में विक्रमगड, आलोंडा, साखरे, उपराले, वसुरी, दादडे, चिंचघर सहित कुल 7 केंद्र बनाये गये है। इन केंद्रों पर अब तक 909 किसानों से  23 हजार 868 क्विंटल धान की फसल की खरीदी की गई है। जिसकी कुल कीमत  62 लाख 85 हजार 49 रुपये है।

मोखाडा तालुका के मोखाडा, पलसुंडा, मोरचोंडी,  खोडाला में कुल चार केंद्र चल रहे है। इन केंद्रों पर अब तक 58 किसानों से 1396 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इसकी कीमत कुल 27 लाख 9 हजार 16 रुपये है।

वाड़ा तालुका में धान की कोलम जैसी प्रसिद्ध फसल होती है। यहां से इसकी सप्लाई देश के विभिन्न भागो में होती है। 

तालुका में 9 धान खरीदी केंद्रों की शुरुआत की गई है।

परली, गारगांव, मानिवली, खानिवली, पोशेरी, खैरे-आंबिवली, कळंभे, गो-हे, गुहिर में अब तक 1717 किसानों से 69041 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इसके बदले में यहां के किसानों को 1 करोड़ 9 लाख 55 हजार 843 रुपये मिलेंगे।

डहाणू व तलासरी इन दो तालुका में कासा, सायवन, गंजाड, धुंधलवाडी, उधवा, उपलाट में 6 केंद्रों की शुरुआत की गई है।

इन केंद्रों पर अब तक 137 किसानों से 3652 क्विंनल धान की खरीदी की गई है। जिसकी कुल कीमत 70 लाख 85 हजार 268 रुपये है।

पालघर व वसई इन तालुकों में वरई, ब-हाणपुर,  हलोली, पारगांव, शिरावली, मेढे में 6 केंद्र बनाए गए है। इन केंद्रों पर 68 किसानों से 1746 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। जिसकी कुल कीमत 33 लाख 88 हजार 406 रुपये है।

सरकार ने धान की फसल के लिए 1940 प्रति क्विंटल मूल्य निर्धारित किया है।  इस दर के अलावा, महाराष्ट्र सरकार किसानों को 700 रुपये प्रति क्विंटल बोनस भी देती है।  पिछले साल सरकार ने किसानों को दो चरणों में 700 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दिया था। लेकिन इस अभी तक सरकार ने इस पर कोई फैसला नही किया है।

किसानों को किसी तरह की समस्या न हो इसलिए हर तालुका में धान की खरीदी के सरकारी केंद्रों को स्थापित किया गया है। सरकारी केंद्रों पर धान की खरीद की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2022 रखी गई है। इसलिए किसान जल्द-जल्द अपनी फसलों को बेचकर इसका लाभ उठाएं।

विजय गांगुर्डे - क्षेत्रीय प्रबंधक, आदिवासी विकास महामंडल जव्हार/पालघर

किसान हो रहे प्रोत्साहित

खरीद और सार्वजनिक वितरण प्रणाली की कार्यकुशलता में वृद्धि करने तथा स्‍थानीय किसानों को न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य का लाभ देकर अधिकतम सीमा तक स्‍थानीय खरीद को प्रोत्‍साहित करने का राज्य सरकार ने सराहनीय कदम उठाया है। किसानों के क्षेत्र में धान खरीदी केंद्र स्थापित होने से कम खर्च में किसानों को आसानी से फसल को केंद्रों तक ले जाने में मदद मिल रही है। 

अजीत ठाकुर-किसान दहानू

धान केंद्रों पर अभी भी किसानों की भीड़ उमड़ रही है,जिससे सरकारी केंद्रों पर धान की खरीदी की अंतिम तारीख को बढ़ाया जाना चाहिए। जिससे सरकार द्वारा घोषित फसल के समर्थन मूल्य का ज्यादा-ज्यादा किसानों को लाभ मिल सके।

वैभव पाटील- किसान पालघर


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