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बांध की मरम्मत कर रोका गया रिसाव,हजारों लोगों ने ली राहत की सांस

बांध की मरम्मत कर रोका गया रिसाव,हजारों लोगों ने ली राहत की सांस

जिला प्रशासन की सतर्कता से टला हादसा-दादाजी भूसे

पालघर पालघर के माहिम-केलवा बांध में शनिवार को तीन मीटर की दरार आने से इससे पानी का रिसाव शुरू होने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद सिचाई विभाग ने युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर बांध की अस्थाई तौर पर मरम्मत कर उससे होने वाले रिसाव को रोक दिया गया है। सोमवार को पालक मंत्री दादा भूसे ने पालघर का दौरा कर बांध की ताजा स्थितित अधिकारियों से जानी। इस अवसर पर भूसे ने कहा कि जिला प्रशासन की सतर्कता से बांध का रिसाव रोक कर बड़ा हादसा टाला गया। दादाजी भूसे ने बांध से होने वाले रिसाव और रोकथाम उपायों के कार्यों का निरीक्षण किया और जिला मुख्यालय पर बैठक कर वरिष्ठ अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भविष्य में बांध को और सुरक्षित करने के लिए जरूरी कदम उठाये जाने की योजना बनाई गई है।

इस दौरान जिला परिषद की अध्यक्ष वैदेही वाढन, विधायक राजेश पाटिल, कलेक्टर डॉ. माणिक गुरसल जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धाराम सलीमठ, पुलिस अधीक्षक दत्तात्रेय शिंदे सहित सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। बतादे कि झांझरोली गांव के पास स्थित माहिम-केलवा बांध में दरार आने से रिसाव शुरू हो गया था। जिसके बाद करीब पांच गांवों पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। और कई गांवों में रहने वाले लोगों को जिला प्रशासन ने चेतावनी दी थी। बांध झांजरोली गांव के ऊपरी हिस्से में है, इसलिए अगर कोई अनहोनी हुई तो इसका असर बांध के आस-पास रहने वाले हजारों ग्रामीणों पर पड़ना तय था। बांध के टूूटने की स्थिति में किसी भी घटना से निपटने के लिए एसडीआरएफ की टीमों को तैनात कर दिया गया था। और बांध की लगातार निगरानी की जा रही थी।

बांध से कई गांवों को होती पेयजल की सप्लाई

260 करोड़ लीटर क्षमता वाले इस बांध को 40 साल पहले 1981 में बनाया गया था। और इससे आस-पास के करीब 17 गांवों को पानी की सप्लाई की जाती है। बांध में दरार आने से आस-पास के 5 गांवों में रहने वाले करीब डेढ़ हजार लोगों को प्रशासन ने सतर्क रहने की चेतावनी दी थी।

बांध में पानी कम होने पर होगा स्थाई समाधान

एक अधिकारी ने कहा कि बांध की फिलहाल अभी बांध की मरम्मत यह एक अस्थायी उपाय है और गर्मी के मौसम में जब जल स्तर कम होगा तो इसका स्थायी समाधान किया जाएगा।


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