
पालघर
पशु तस्करों की अब खैर नही,शिवसेना के सांसद राजेन्द्र गावित ने कड़ी कार्यवाही की मांग
पशु तस्करों की अब खैर नही,शिवसेना के सांसद राजेन्द्र गावित ने कड़ी कार्यवाही की मांग
पालघर पुलिस की बड़ी पहल
हर गांव में बनेगा दस-दस युवकों का ग्राम सुरक्षा दल,रखेंगे पशु तस्करों पर कड़ी नजर
पालघर । पालघर के ग्रामीण भागों में गाय,बैल और बछड़ों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए पुलिस, ग्रामीणों के साथ मिलकर एक बड़ी पहल करने जा रही है। इसके तहत प्रत्येक गांव में दस युवाओं के ग्राम सुरक्षा दल नामक संगठन का गठन किया जाएगा। युवाओं की यह टीम जल्द ही 'जागते रहो..' कहकर रात को गांवों में गश्त करते नजर आएगी। ग्राम सुरक्षा दल के सभी सदस्यों को पुलिस की ओर से पहचान पत्र भी उपलब्ध करवाया जाएगा। युवाओं के ग्राम सुरक्षा दल का उद्देश्य होगा कि वह किसी भी हाल में गांवों से पशु तस्करी न होने दे। दल को समय पर पुलिस की भी तत्काल मदद मिलेगी।बतादे कि पालघर के जव्हार, वाडा, मोखाड़ा तलासरी, विक्रमगढ़ तहसील में बड़े पैमाने पर दुग्ध व्यवसाय होता है। यहां के किसानों की आजीविका कृषि और डेयरी व्यवसाय पर ही निर्भर है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से इन इलाकों में गाय-बैल बछड़ो की चोरियां बढ़ी है। जिससे इनकी चिन्ताएं बढ़ गई है। कई मामलों में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए जब पशु तस्करों को दबोचा तो उन्होंने चौकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि वह ग्रामीण इलाकों से पशुओं की चोरी कर टेंपो या छोटे वाहनों से सीधे बूचड़खाने ले जाते है। खासकर रात के समय जब ग्रामीण सो रहे होते हैं तो खलिहान में बंधे गाय-बछड़े चोरी कर उठा ले जाते हैं। हाल ही जिले के विभिन्न पुलिस थानों में 6 महीनों में 800 पशुओं की चोरी की शिकायते ग्रामीणों ने दर्ज करवाई है। बढ़ती पशुओं की चोरी और ग्रामीणों की समस्या के समाधान के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में विशेष बैठक की गयी। बैठक में शिवसेना के सांसद राजेंद्र गावित और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश गायकवाड़ समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान जिले में पशुओं की चोरी को रोकने के लिए क्या उपाय किये जायें इस पर चर्चा की गई।
पशु चोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें गावित
शिवसेना के सांसद राजेंद्र गावित ने बैठक में मांग की है कि गाय-बैल व अन्य पशुओं की चोरी करने वालों को ढूंढा जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें आश्वसन दिया कि ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस पशुओं की चोरी रोकेगी। और हर गांव में बनने वाली युवको की टीम को पूरा सहयोग देगी। उम्मीद है कि जल्द ही रात्रि गश्त शुरू होने से पशुओं की तस्करी पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।