पालघर में पर्यटन विकास की अपार संभावनाओ को धरातल पर उतारेगी सरकार
पालघर में पर्यटन विकास की अपार संभावनाओ को धरातल पर उतारेगी सरकार
पालघर में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
पर्यटन केंद्रों के विकास के लिए दी गई 9 करोड़ 21 लाख 38 हजार रुपये की निधि
महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे की संकल्पना के अनुसार राज्य में पर्यटन स्थलों को नए सिरे से निखारा जा रहा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा देश और दुनिया के पर्यटक यहां पर आए। अब इसी कड़ी में पालघर में पर्यटन को नई पहचान देने और इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार गंभीर हो गई है। पर्यटकों को रिझाने
के लिए राज्य सरकार ने पर्यटन क्षेत्रो को विकसित करने की योजना पर कार्य शुरू कर दिया है। इस योजना पर अब तक करीब 6 करोड़ की राशि खर्च की जा चुकी है। जिले में कुल 9 करोड़ 21 लाख 38 हजार रुपये की निधि पर्यटन विकास के लिए दी गई है। योजना का मकसद यहां पर्यटन विकास को बढ़ावा देकर पर्यटकों को पालघर के प्रति आकर्षित करना है।
लोगों को मिलेगा रोजगार,मजबूत होगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था
पालघर को प्राकृतिक, ऐतिहासिक, पौराणिक, भौगोलिक जैसे विभिन्न पर्यटन वैभव मिले हैं। जिले में जंगल, पुराने किले और दुर्ग, मंदिर, खूबसूरत समुंदर किनारे, वन्यजीव जैसे पर्यटन की एक विस्तृत विविधता है। इनके विकास के बाद इसकी जानकारी देश और दुनिया के पर्यटकों को भी मिलेगी। जिससे जिले में बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे। और इससे जहां एक तरफ नए रोजगार पैदा होंगे, वहीं पालघर के ग्रामीणों भागों की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
रफ्तार पकड़ रही है पर्यटन विकास की गाड़ी
जिले में पर्यटन विकास के लिए जलापूर्ति, स्ट्रीट लाइट, सौर ऊर्जा, आंतरिक सड़कें, गटर, सुरक्षा दीवार, भौतिक सुविधाएं, रेलिंग, सभा हॉल, एसटी बस स्टॉप, हनुमान मंदिर निर्माण आदि विकास कार्यों के लिए 9 करोड़ 21 लाख 38 हजार की निधि को 2018--19 में प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर उस समय 1 करोड़ 27 लाख 50 हजार रूपये की धनराशि का वितरण किया गया, जबकि शेष धनराशि में से 6 करोड़ 29 लाख 49 हजार रूपये की धनराशि का वितरण भी जिला प्रशासन ने बीते मंगलवार को कर दिया गया।
शिव मंदिर में भक्तों के लिए बनेगी इमारत
पर्यटन विकास योजना के अंतर्गत मोखाडा तहसील के ओसवीरा स्थित शिव मंदिर परिसर में भक्तों के रुकने के लिए यहां एक इमारत,शौचालय व अन्य कार्यो के लिए 49 लाख 99 हजार की निधि को मंजूरी मिली थी। जिसमे पहले चरण में 37 लाख 50 हजार की निधी वितरण की गई थी। शेष 12 लाख 49 हजार की निधि का भी वितरण कर दिया गया। जिससे मंदिर में लोगों के लिए सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
बनेगी खूबसूरत सड़के
मोखाडा तहसील के खोडाला में मुख्य सड़क के दोनों ओर फ़र्श ब्लॉक बिछाने के लिए 29 लाख 92 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। एक सड़क के दोनों तरफ पेवर ब्लॉक बैठने के लिए 29 लाख 27 हजार रुपये दिए गए है। इसी तरह खोडाला में प्रसिद्ध शिव मंदिर की ओर जाने वाली वारली गली से टोलवाड़ी सड़क को कंक्रीट करने के लिए 29 लाख 97 हजार रुपये की निधि स्वीकृत की गई हैं। शिव मंदिर की ओर जाने वाली एक अन्य मार्ग भोवली गली को कंक्रीट करने के लिए 29 लाख 98 हजार की विकास निधि दी गई है। इन सभी विकास कार्यो के लिए 1 करोड़ 19 लाख 84 हजार रुपये की मंजूरी दी गई थी। 15 लाख रुपये की निधि पहले दी गई थी। 47 लाख की और निधि का वितरण किया गया है।
आदिवासियों के गांवों की बदलेगी तस्वीर
आदिवासी बहुल पालघर की मोखाडा तहसील के गांवों की तस्वीर अब जल्द बदलने वाली है। यहां के कई गुमनाम पर्यटक स्थलों विकास के लिए सरकार करोड़ो की विकास निधि खर्च करने जा रही है। पर्यटन विकास कार्यों और स्कूल पर्यटन स्थल के विकास और घाटों का निर्माण, सौंदर्यीकरण आदि के लिये 2 करोड़ 5 लाख की विकास निधि को 2019 में मंजूरी दी गई थी जिसका वितरण कर दिया गया है। इसी तरह मोखाडा के
वॉलब्रिज क्षेत्र में पर्यटन स्थल के सौंदर्यीकरण और सुधार के 2 करोड़ 18 लाख 8 हजार की निधि का वितरण जिला प्रशासन ने कर दिया है।
पालघर में पर्यटन बढ़ने से स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
जिला प्रशासन पर्यटन को विकसित करते हुए रोजगार की संभावनाएं सृजित करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर रहा है।
जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां के पर्यटक क्षेत्रो को विकसित करने के लिए महाविकास आघाड़ी सरकार गंभीर है।
पूर्व में कई स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था जिसे स्वीकृति मिल गई है।
पालघर में पर्यटन बढ़ने से बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
वैदेही वाढ़न-जिला अध्यक्षा- जिला परिषद पालघर
जिले में पर्यटन के अनमोल स्रोत
पालघर जिले में सैकड़ों वर्षो के पुराने किले और मंदिर आज भी नदी के किनारे विद्यमान है। जो पर्यटन की दृष्टि से रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं। इसके साथ ही अनेक स्थल रमणीक प्राकृतिक स्थल हैं जो कि पर्यटन की विकास के लिए अनमोल स्रोत कहे जाते हैं। राज्य सरकार के यहाँ के पर्यटन क्षेत्रों को विकसित करने के फैसले से इन्हें एक नई पहचान मिलेगी।
अरविंद सिंह क्षत्रिय-जिला उपाध्यक्ष कांग्रेस-पालघर
सुरक्षित रहेगी धरोहर
पर्यटन आज दुनिया का सबसे बड़ा उद्योग बन गया है। इस मामले में पालघर की प्राकृतिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहर, उसे पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण क्षेत्र बनाती है। यहां के पर्यटन क्षेत्रों को विकसित करने का सीधा फायदा स्थानीय लोगों को मिलेगा। साथ ही विरासत में मिली धरोहर भी सुरक्षित रहेंगी।