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सरकारी स्कूल की शानदार पहल - खुद की उगाई शुद्ध सब्जियां खा रहे प्राथमिक स्कूल के छात्र-छात्राएं

सरकारी स्कूल की शानदार पहल - खुद की उगाई शुद्ध सब्जियां खा रहे प्राथमिक स्कूल के छात्र-छात्राएं

तीन साल से बच्चे उगा रहे सब्जियां

कोरोना काल मे स्कूल में मध्यान्ह भोजन बंद होने से सब्जियां ले जा रहे घर

किचन गार्डन से बच्चों के पोषण को मिली नई संजीवनी

कोरोना काल में बच्चों को पौष्टिक सब्जियां मिल सकें, इसके लिए पालघर की विक्रमगढ़ तहसील में स्थित जिला परिषद के एक प्राथमिक स्कूल ने शानदार पहल की है। सरकारी स्कूलों में किचन गार्डन तैयार करके मध्याह्न भोजन (एमडीएम) की पौष्टिकता बढ़ाने का सपना काफी समय से संजोया जा रहा है। लेकिन अब पालघर से इसकी शुरुआत हो गई है।  किचन गार्डन से जहां एक ओर बच्चों में आत्मनिर्भर बनने की भावना विकसित हो रही है। वहीं दूसरी ओर बच्चे स्वयं की उगाई पौष्टिक सब्जियों को भोजन में ले रहे हैं।

लोगों को लुभा रही बच्चों की क्यारियां

प्राथमिक स्कूल में जहां पर किचन गार्डन सजाया गया हैं वह काबिले तारीफ हैं। शाक-सब्जी के अलावा फूलों की क्यारियां लोगों को बरबस लुभा रही हैं। स्कूल के करीब ही उगाई गई शाक-सब्जी और भोजन में डाली जाने वाली हरी धनियां की पत्ती की सुगंध से ग्रामीणों की रसोई महक रही है।

छात्र-छात्राएं घर ले जा रहे सब्जियां

 किचन गार्डन से उगने वाली सब्जियां बच्चों को पहले मध्यान्ह भोजन में परोसी जाती थी। लेकिन कोरोना काल मे मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था बंद है। इसलिए किचन गार्डन में उगने वाली सब्जियां छात्र-छात्राएं घर ले जा रहे है। बच्चों के पोषण को इस किचेन गार्डन से नई संजीवनी मिल गई है। गुरवपाडा (सवादे) के प्राथमिक स्कूल में पहुंचते ही विभिन्न प्रजातियों की सब्जियों के पेड़ों पर फल और फूल नजर आते हैं। इस स्कूल का किचेन गार्डन अपनी सम्पन्नता की कहानी खुद बयां करता है किचन गार्डन में जैविक तरीके से पैदा हो रही लौकी, तोरई, भिण्डी, बैगन, पालक, मेथी, टमाटर,धनिया जैसी पौष्टिक सब्जियों की फसल लहलहा रही है।

बच्चों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

शिक्षक दशरथ धुमाल ने 'दोपहर का सामना' को बताया कि बाजार से आने वाली सब्जियों में हो रहे अंधाधुंध कीटनाशकों से बच्चों के स्वास्थ्य को होने वाली हानि से बचाने के लिए  स्कूल स्तर पर ही हरी सब्जियां उगाने की पहल की गई।

मध्यान्ह भोजन तैयार करने वाली जानकी गुरव ने स्कूल के बगल में ही अपनी थोड़ी सी जगह दे दी। जिसमे छात्र-छात्राएं क्यारी लगाकर सब्जियां उगाते है।


पोषाहार के लिए उगाई गई इन सब्जियों में जैविक के अलावा कोई भी कीटनाशक व रासायनिक खाद प्रयोग नहीं किया जाता है।किचन गार्डन में जैविक तरीके से पैदा हो रहीं सब्जियां बच्चों की सेहत के लिए लाभकारी साबित हो रही हैं। केशव भोये-मुख्य अध्यापक-(गुरवपाडा (सवादे)


स्कूल में पढ़ाई के बाद जो भी समय बचता है,हम सभी किचन गार्डन में जैविक तरीके सब्जियों को उगाने का गुण सिखते- सिखाते है। किचन गार्डन से उगने वाली सब्जियां हम घर ले जा रहे है,जो काफी स्वादिष्ट होती है। : रोहित खाले-छात्र


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