
ओमिक्रोन को लेकर पालघर का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
ओमिक्रोन को लेकर पालघर का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
ओमिक्रोन को लेकर पालघर का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर पालघर का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। इससे निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई। स्वास्थ्य कर्मी विदेश से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की निगरानी कर रहे है। भारत में कोरोना वायरस के मामलों में भले ही कमी दिख रही हो, मगर दक्षिण अफ्रीका में मिले कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने दुनियाभर को परेशान कर दिया है। जिसको लेकर केंद्र सरकार के साथ प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया है। ओमिक्रोन से निपटने के लिए जिले के किसी भी गांव से लेकर शहर में विदेश से आने वाले वाले प्रत्येक व्यक्ति पर स्वास्थ्य कर्मी नजर रख रहे है। और अब जिले में कोरोना जांच का दायरा भी बढ़ा दिया गया है। कुछ वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है,कि ओमिक्रोन की तीसरी लहर पहली और दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक होगी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि अगर मास्क और शारीरिक दूरी के साथ कोरोना के नियमों का पालन किया जाए तो वायरस से डरने की कोई बात नहीं है।
जिले के कोरोना उपचार केंद्रों को फिर से शुरू कर दिया गया है। कुछ सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर बेड,आईसीयू बेड, बच्चों के लिए विशेष कमरे और आइसोलेशन रूम हैं। कुछ अस्पताल ऑक्सीजन और वेंटिलेटर के साथ-साथ आइसोलेशन रूम से लैस हैं। पालघर जिले में विशेष रूप से ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए प्रत्येक उपचार केंद्र पर एक स्वचालित ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किया गया है। इसके जरिए मरीजों को जरूरी ऑक्सीजन पहुंचाना संभव हो पाता है। वहीं जिला प्रशासन की ओर से लिक्विड ऑक्सीजन के लिए प्रणाली स्थापित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, प्रत्येक उपचार केंद्र में आवश्यक चिकित्सक, एंबुलेंस, स्टाफ, स्वास्थ्यकर्मी की व्यवस्था की गई है। विशेष कक्ष भी कोरोना से संक्रमित गर्भवती महिलाओं के लिए बनाया जा रहा है। स्थितित बिगड़ने पर जिला प्रशासन कुछ और अस्पतालों का अधिग्रहण कर उन्हें भी कोरोना उपचार केंद्रों में बदलने के लिए तैयार है।
विदेश से आए यात्रियों की निगरानी कर रहा स्वास्थ्य विभाग
ओमिक्रोन वेरिएंट की दहशत के बाद पालघर ग्रामीण में विदेश से आये 28 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। हांलकि इनमें से कोई कोरोना पाजिटिव नहीं मिला। नियमानुसार इन्हें आठ दिन तक क्वारंटाइन होने के आदेश हैं।