
समुंदर में संग्राम
ओएनजीसी के सर्वे को लेकर लगाई गई पाबंदियों पर भड़के मछुवारे,कहा 140 करोड़ की नुकसान भरपाई करें सरकार
मछुवारों की समस्या को शिवसेना संसद में उठाएगी
केंद्र सरकार की कंपनी ओएनजीसी के समुंदर में जारी सर्वे को लेकर लगाई गई पाबंदियों पर मछुवारे भड़क गए है। मछुवारों का कहना है,कि कोरोना के प्रकोप और बार-बार बिगड़ते मौसम की वजह से पहले ही आर्थिक रूप से उनकी कमर टूट चुकी है। ऐसे में ओएनजीसी के सर्वे की वजह से समुंदर में कई किमी तक मछुवारे मछली नही पकड़ सकते जिससे हमें काफी नुकसान हो रहा है। आक्रोशित मछुवारों के संगठनों ने पालघर से शिवसेना के सांसद राजेन्द्र गावित से मामले में दखल देने की मांग की है। जिस पर गावित ने उन्हें होने वाले नुकसान को संसद के इसी सत्र में उठाने का आश्वशन दिया है। बतादे कि पालघर जिले में तटीय क्षेत्रों में मछुवारों की बड़ी आबादी है। और हजारों की संख्या में मछुआरे समुंदर में मछली पकड़कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। पिछले कई वर्षों में चक्रवात, कोरोना, भारी बारिश, मछली पकड़ने के लिए आने वाली विदेशी नौकाओं आदि के कारण मछली पकड़ने में पहले ही गिरावट आई है। जिससे मछुवारों की रोजी-रोटी संकट में है, मछुआरे आर्थिक रूप से कमजोर और निराश होते जा रहे है। ऐसे में पिछले कुछ वर्षों से ओएनजीसी का पालघर जिले के समुद्री क्षेत्र में समुद्री जल भूकंपीय सर्वेक्षण कर रही है।
सर्वेक्षण के दौरान, समुंदर में सैकड़ो किमी. की दूरी में
मछुआरों के मछली पकड़ने पर पाबंदियां लगा दी जाती है। इसका खामियाजा तटीय क्षेत्रों में रहने वाले हजारों मछुआरों को भुगतना पड़ रहा है।
मछुवारों का 140 करोड़ के नुकसान का दावा
मछुवारों का कहना है,कि मछली पकड़ने का सीजन शुरू होते ही समुंदर में पिछले कई वर्षों से सर्वेक्षण भी शुरू कर दिया जाता है। मछुआरों के लिए यह सर्वेक्षण दमनकारी साबित हो रहा है। सर्वेक्षण के पहले मछुआरों ने विरोध किया था। उनका कहना है,कि केंद्र सरकार ने बिना उनके हितों का ख्याल रखे फिर सर्वेक्षण की अनुमति दे दी। मछुवारों के कई संघठनो का दावा है,कि समुंदर में लगाई गई पाबंदियों से अब उनका करीब 140 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्हें कई बार नुकसान भरपाई का आश्वसन दिया गया है, लेकिन अब तक मांग पूरी नही हुई है।
मछुवारे ओएनजीसी के सर्वेक्षण के खिलाफ नही है,लेकिन इससे होने वाले नुकसान की भरपाई सरकार करें। मांगे न मानी जाने पर हजारों मछुवारों सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। : - जयकुमार भाय- अध्यक्ष, ठाणे जिला मच्छीमार मध्यवर्ती सहकारी संघ