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नौनिहालों के स्‍वागत के लिए तैयार है स्‍कूल

नौनिहालों के स्‍वागत के लिए तैयार है स्‍कूल

बच्चों को जबरन नही बुला सकेंगे स्कूल,
माता-पिता की सहमति जरूरी
जारी रहेगा ऑनलाइन शिक्षा का विकल्प
 
देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर कम होने के बाद धीरे-धीरे सभी जरूरी गतिविधियों को बहाल किया जा रहा है। ज्यादातर राज्यों में स्कूल-कॉलेजों को भी खोला जा चुका है। महाराष्ट्र में भी 1 दिसंबर से पहली से चौथी कक्षा तक के स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया। इसी के तहत पालघर में छोटे बच्चों के स्कूल एक बार फिर से खुल रहे हैं। और नौनिहालों के स्‍वागत के लिए स्कूल तैयार है। कोरोना के कारण सबसे अधिक प्रभावित रहने वाले राज्य महाराष्ट्र में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए स्कूलों को बंद रखा गया था।अब टीकाकरण अभियान के तेज होने और संक्रमण की दर कम होने के बाद अब स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई शुरू कराने का फैसला लिया गया है। और करीब 20 माह बाद अब स्कूलों में कक्षाएं लगनी शुरू होंगी। कोविड-19 की पहली लहर के बाद मार्च 2020 में संक्रमण को देखते हुए स्कूलों को बंद किया गया था। प्रदेश की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने घोषणा की कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कैबिनेट और पीडियाट्रिक्स टास्क फोर्स के साथ चर्चा के बाद स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया गया है।

ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा 1-4 तक के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया गया है। लेकिन बच्चों के स्कूल आने के उनके माता-पिता की सहमति जरूरी है। स्कूल आने के लिए बच्चों को बाध्य नही किया जा सकता। : -  लता सानप,जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी पालघर

कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए हम स्कूल में कक्षाओं की सुरक्षित बहाली के प्रतिबद्ध हैं। स्कूलों में तमाम सुरक्षा उपायों के साथ कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। बच्चों के स्कूल आने के लिए उनके माता-पिता से सहमति पत्र किया जाएगा। : - हरिओम शरण मिश्र-मुख्याध्यापक,आशादीप विद्यामंदिर हाईस्कूल महावीर नगर,बोईसर


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