
रेलवे के अधिकारियों की सोच में ही लटका है ताला
रेलवे के अधिकारियों की सोच में ही लटका है ताला
स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ाता रेलवे
वानगांव स्टेशन पर जरूरी सुविधाओं को टोटा
शौचालय पर लटका ताला
राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन अभियान की शुरूआत 2014 में की गई थी। और इस अभियान की सफलता के बड़े बड़े दावे भी किये जाते है। लेकिन स्वच्छ भारत मिशन अभियान के धज्जियां खुद रेल अधिकारी ही उड़ा रहे हो तो इसकी जमीनी हकीकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। पालघर के वानगांव रेलवे स्टेशन पर एकलौते शौचालय पर ताला जड़ दिया गया है। और महिलाओं के लिए बने शौचालय का उपयोग पुरुष भी करते देखे जा रहे है। जिससे किसी दिन किसी अनहोनी से इनकार नही किया जा सकता।
यात्रियों जे अनुसार वानगांव स्टेशन के शौचालय में ताला लटका रहता है ऐसे में पुरुष यात्रियों को खुले में शौच का सहारा लेना पड़ता है। जबकि महिला यात्रियों के लिए शौचालय खुला है। जिसमे गंदगी की भरमार है। बाहर से आने वाले लोग शौचालय पर ताला लगा देख महिलाओं के शौचालय का प्रयोग कर रहे है। य इधर-उधर पेशाब करने पर मजबूर हो जाते हैं। जबकि यहाँ रोजाना सैकड़ो गाड़िया रुकती है। जिनसे बड़ी संख्या में लोग अपने गंतव्य तक पहुँचते है।
हैरानी की बात तो यह है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भारत देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने के लिए की जारी रही बार-बार अपील के बाद जिम्मेदार अधिकारियों के सामने कोई खास मायने नजर रहीं आ रहे। जबकि जिले के आला अधिकारी जिले को खुले में शौच से मुक्त करने में पहल हासिल करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस संबंध में जब दहानू के सेक्शन इंजीनियर राजीव रंजन से बात की गई तो उनका कहना था कि वह इसे दिखवा लेंगे।