Breaking News

रिक्शा चालकों की मनमानी से परेशान हैं यात्री

रिक्शा चालकों की मनमानी से परेशान हैं यात्री

दोगुना किराया देकर यात्रा करने को मजबूर यात्री


वसई। आज पूरे देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहार के कारण लागू लॉकडाउन खत्म हो चुका है। ऐसे में सभी निजी व सरकारी परिवहन सेवाएं सुचारू रूप से शुरू हो गए हैं। वसई विरार शहर में कोरोना महामारी के दौरान परिवहन सेवाओं (रिक्शे आदि) में यात्रियों को सोशल डिस्टनसिंग का पालन कर यात्रा करने की अनुमति दी गई थी। जिसकी वजह से यात्रियों को दोगुना किराया चुकाना पड़ता था, लेकिन वर्तमान समय में पहले की तरह ही अब रिक्शा चालक यात्रियों को बैठा रहे हैं और फिरभी यात्रियों से दोगुना किराया वसूल किया जा रहा है। जिसकी वजह से यात्री परेशान हो गए हैं।  

जानकारी के अनुसार वसई विरार क्षेत्र के नालासोपारा, विरार, वसई, सातीवली, वलिव आदि रिक्शा स्थानकों पर यात्रियों से रिक्शा चालकों द्वारा दोगुना किराया वसूल किया जा रहा हैं। जिससे यात्री पूरी तरह त्रस्त हो गए हैं। कोरोना महामारी की वजह से रिक्शा में सिर्फ दो ही यात्रियों को बैठने और शोशल डिस्टनसिंग का पालन करते हुए यात्रियों को ले जाने की अनुमति दी गई थी। जिसके कारण रिक्शा चालक यात्रियों से दोगुना किराया वसूल करते थे, किन्तु वर्तमान समय में रिक्शा चालकों ने अपनी मनमानी करते हुए रिक्शा में चार से पांच यात्रियों को बैठा रहे हैं और दोगुना किराया वसूल कर रहे हैं। जिसकी वजह से यात्री परेशान हो गए हैं। 

रिक्शा चालकों की मनमानी के कारण आम आदमी पूरी तरह से त्रस्त हो गए हैं। लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण लागू हुए लॉकडाउन के कारण उनकी आर्थिक स्थिति पूरी तरह बिगड़ गई है। साथ ही मुम्बई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन भी आम आदमियों के लिए बंद है ऐसे में उन्हें काम पर जाने के लिए रिक्शा का सहारा लेना पड़ रहा है, किन्तु रिक्शा चालकों की मनमानी के कारण उन्हें रिक्शा में यात्रा करने के लिए किराया से अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण रिक्शा में सिर्फ दो सवारी ही बैठती थी इसलिए दोगुना किराया दिया जाता था, लेकिन अब रिक्शा चालक दो की बजाए चार से पांच सवारी बैठाते हैं और फिरभी यात्रियों से दोगुना किराया वसूल करते हैं। यात्री जब रिक्शा चालक से किराया बढ़ाने के विषय में पूछते हैं तो रिक्शा चालक यात्रियों के साथ बदसलूकी करने लगते हैं। और उनके साथ हाथापाई करने लगते हैं। 

सयात्रियों का कहना है कि रिक्शा चालकों की मनमानी पुलिस से भी छुपी नहीं है। रिक्शा चालक ट्रैफिक पुलिस से सामने ही रिक्शे में चार से पांच सवारी बैठाते हैं और दोगुना किराया वसूल करते हैं। आपको बता दें कि नागिनदास पाड़ा, मोरेगांव, सेंट्रल पार्क, प्रगति नगर , नालासोपारा फाटा, संतोष भवन, धनिवबाग, वाकन पाड़ा जाने के लिए नालासोपारा स्टेशन फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे से रिक्शा में बैठना पड़ता है। जहां हर समय ट्रैफिक पुलिस तैनात रहती है। फिर भी ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत से रिक्शा चालक दो की बजाए चार से पांच यात्रियों को बैठा कर सवारी ले जाते हैं। और दोगुना किराया वसूल करते हैं। ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत भगत से ट्रैफीक पुलिस के सामने से रिक्शा चालक बिंदास्त 5 सवारी बैठाके आते जाते है लेकिन ट्रैफिक पुलिस उन रिक्शा वालो पर कार्यवाही नही करते क्योकी रिक्शा वालो हर महीना 1500 सौ रुपये से 2000 हजार तक हफ्ते के रूप में नजराना लेते है । तुलिंज ब्रिज के नीचे ट्रैफिक पुलिस केवल बाईक वालो को रोककर हफ्ता वसूली करती है लेकिन रिक्शा वालो के ऊपर कुछ भी कार्यवाई नही करती। कोरोना काल मे सरकार ने लोकल ट्रेन में 2 डोज लिए बिना यात्रियों को जाने पर रोक लगाई है, लेकिन  रिक्शा में 2 पैसेंजर की जगह 5 पैसेंजर बिना मास्क के  बैठा कर ले जा रहे है। ट्रैफिक विभाग से इसकी शिकायत शिवसेना वसई विरार अल्पसंख्यक प्रमुख सलीम खान उर्फ शारुख भाई ने सम्बंधित अधिकारी को लिखित रूप से शिकायत किया है।


Most Popular News of this Week