
जम्मू-राजौरी में इंटरनेट बंद, रैली में कर सकते हैं अमित शाह बड़ा ऐलान
जम्मू-राजौरी में इंटरनेट बंद, रैली में कर सकते हैं अमित शाह बड़ा ऐलान
जम्मू-कश्मीर । बीजेपी के ‘चाणक्य’ कहे जाने वाले अमित शाह का यह दौरा रणनीतिक मामलों में काफी अहम है, हालांकि इस साल जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने की संभावना बेहद कम है लेकिन इसके बावजूद बीजेपी वहां पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। सरकार ने जम्मू-कश्मीर के अंतिम डोगरा राजा महाराजा हरि सिंह के जन्म के उपलक्ष्य में 23 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा पहले ही कर दी थी. अब अगर पहाड़ी समुदाय को एसटी का दर्जा देने का ऐलान किया तो ये कई मायनों में अहम होगा. ज्ञात हो कि गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे का आज दूसरा दिन है. वह वैष्णो देवी माता के दर्शन करने गए,आज वो राजौरी में एक रैली को भी संबोधित करेंगे. इस बीच जम्मू और राजौरी में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है लोगो के अनुसार शाह आज पहाड़ी समुदाय को एसटी का दर्जा देने का ऐलान कर सकते हैं। पुंछ और राजौरी में भारी तादाद में पहाड़ी समुदाय के लोग रहते हैं। एक दिन पहले जम्मू कश्मीर पहुंचे शाह ने गुर्जरों और युवा राजपूत सभा के प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की। माता वैष्णों देवी के दर्शन के बाद शाह राजौरी के लिए रवाना होंगे। शाह के दौरे को देकते हुए सुरक्षा एजेंसी और सेक्यूरिटी फोर्सेस अलर्ट पर हैं।
रैली में कर सकते हैं बड़े ऐलान : आज अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे का दूसरा दिन है। सबसे पहले वो वैष्णो देवी मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की इसके बाद वो शाह राजौरी में भाजपा की रैली में शामिल होंगे। इस रैली में कुछ महत्वपूर्ण ऐलान भी हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक पहाड़ी समुदाय को ST का दर्जा दिया जा सकता है। राजौरी और पूंछ में पहाड़ियों की संख्या काफी अधिक है. विश्लेषकों के मुताबिक इस ऐलान से रजौरी और पूंछ के काफी सीट प्रभावित होंगी। जम्मू-कश्मीर में भाजपा मुखिया रविन्द्र रैना भी नौशेरा से आते हैं जो रजौरी का हिस्सा है।
श्रीनगर में करेंगे विकास कार्यों का उद्घाटन : राजौरी से लौटने के बाद गृहमंत्री जम्मू लौटेंगे। यहां पर जम्मू कन्वेंशन सेंटर से कई विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। शाम 5.00 बजे वो श्रीनगर के लिए प्रस्थान करेंगे. राजौरी में अमित शाह की जनसभा को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अहम माना जा रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक पांच जिलों में पहाड़ी समुदाय का दबदबा है अगर इन्हें ST का दर्जा मिलता है तो विधानसभा की 10 सीटों पर बीजेपी को सीधे फायदा हो सकता है. पुंछ और राजौरी में पांच सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं. दोनों जिलों में ST समुदाय के करीब 14 लाख लोग रहते हैं।