कलेक्टर्स एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को राज्य निर्वाचन आयुक्त ने दिया निर्देश
कलेक्टर्स एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को राज्य निर्वाचन आयुक्त ने दिया निर्देश
भोपाल। चुनाव कोई भी हो उसकी तैयारी तो करनी ही पड़ती है। खाश करके पंचायत चुनाव तो संबंधित अधिकारियों के लिए ज्यादा सिरदर्द रहता है। इसी तरह के दौर से इन दिनों मध्य प्रदेश के चुनाव से संबंधित कर्मचारी गुजर रहे हैं। दरअसल मध्य प्रदेश के राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने बीते दिनों कलेक्टर्स एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि त्रि-स्तरीय पंचायत आम निर्वाचन की सभी तैयारियां जल्द पूरी करें। बताया जा रहा है कि लोकसभा एवं विधानसभा उपचुनाव के बाद पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
गौरतलब हो कि राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह मध्य प्रदेश के सभी कलेक्टरों एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बात कर रहे थे। मध्य प्रदेश में २३ हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों के साथ ३१३ जनपद पंचायत और ५२ जिला पंचायतों के चुनाव कराए जाने हैं। इसके लिए चुनाव आयोग ने अपने स्तर पर पूरी तैयारियां कर ली हैं। जिलों में मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। अधिकारियों-कर्मचारियों का प्रशिक्षण अगले सप्ताह से प्रारंभ किया जा रहा है। जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव ईवीएम और सरपंचों का बैलेट पेपर से होगा। एक नवंबर से मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण होगा और एक जनवरी २०२२ को नई मतदाता सूची आ जाएगी। ऐसे में २०२१ की मतदाता सूची से चुनाव कराना संभव नहीं होगा। यही वजह है कि आयोग ने पंचायत चुनाव २०२० की मतदाता सूची से कराने की तैयारी प्रारंभ कर दी है। दूसरी तरफ उम्मीदवार भी पैतरे खेलने शुरू कर दिए हैं। मतदाता हैं कि अभी मुंह खोलते नजर नहीं आ रहे हैं। बहरहाल सभी को चुनाव होने का इंतजार है।