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ऑनलाइन गेमिंग और फ्रेंडशिप से बढ़ रहे हैं क्राइम, जानिए पूरा मामला

ऑनलाइन गेमिंग और फ्रेंडशिप से बढ़ रहे हैं क्राइम, जानिए पूरा मामला

इंस्टाग्राम से फोटो लेकर बनाया लड़की का अश्लील वीडियो

फ्री फायर से दोस्ती, इंस्टाग्राम से अश्लील वीडियो 

फ्री फायर गेम के जरिए हुई थी दोनों में दोस्ती

युवाओं में बढ़ता इंटरनेट का नशा बेहद खतरनाक

घंटों हाथ में मोबाइल और पढाई का बहाना, पिछले कुछ समय में ये तस्वीर करीब हर घर की है। बच्चे पढ़ाई के नाम पर इंटरनेट का नशा करने लगे हैं। उन्हें आदत लग गई है ऑनलाइन गेमिंग की। इंटरनेट का क्रेज लड़के-लड़कियों पर इस कदर हावी है कि वो अपने माता-पिता से झूठ बोलते हैं। कभी कमरे में छुप कर, कभी दोस्त के घर पर, कभी कहीं और। इंटरनेट पर फ्री फायर गेम बच्चों की सबसे बड़ी पसंद बनता जा रहा है, लेकिन यही गेम कई तरह से बच्चों को अपराध की दुनिया में धकेल रहा है। सबसे पहले देखिए कुछ ऐसे मामले जहां फ्री फायर नाम के इस गेम ने कई माता-पिता और बच्चों की ज़िंदगी को बदल कर रख दिया।

फ्री फायर गेम से हुई दोस्ती

ग्वालियर की रिंकी(बदला हुआ नाम) दसवीं क्लास में पढ़ती है। पिछले कुछ समय से उसे ऑनलाइन गेमिंग की आदत पड़ गई थी। वो अपने मोबाइल पर हर वक्त फ्री फायर गेम खेलती थी। गेम के दौरान ही रिंकी की दोस्ती झारखंड के एक लड़के से हुई। दरअसल फ्री फायर गेम में चैटिंग के जरिए अंजान लोगों से दोस्ती की जाती है और फिर गेम खेला जाता है। इस लड़की की दोस्ती भी इसी तरह इस लड़के से हुई। ये दोनों घंटो इस गेम को खेलते थे। माता-पिता कुछ कहते तो ऑनलाइन क्लास का बहाना बनाकर ये इंटरनेट पर लगी रहती। रिंकी ने इस लड़के को अपना मोबाइल नंबर भी दे दिया और दोनों इंस्टाग्राम से भी जुड़ गए।

लड़की की न्यूड फोटो पिता को भेजी

कुछ दिनों बाद इस लड़के ने रिंकी के कुछ अश्लील फोटो रिंकी की पिता के मोबाइल पर भेजे और उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने रिंकी की शादी उससे नहीं करवाई तो वो उसकी फोटो वायरल कर देगा। अपनी बेटी के ऐसे वीडियो देखकर वो हैरान थे। रिंकी से पूछा गया तो उसने आरोपी लड़के के बारे में अपने पिता को सबकुछ बताया कि कैसे उन दोनों की फ्री फायर गेम के जरिए दोस्ती हुई, लेकिन न्यूड फोटो के बारे में रिंकी को भी कुछ पता नहीं था। दरअसल आरोपी लड़के ने लड़की के इंस्टाग्राम से फोटो निकालकर उन्हें मॉर्फिंग के जरिए न्यूड फोटो में तब्दील किया और फिर लड़की के पिता को ही धमकी देने लगा। रिंकी की गेमिंग की आदत की वजह से पूरा परिवार मुसीबत में फंस चुका था। कई दिनों तक रिंकी के पिता कुछ समझ नहीं पाए कि क्या करें और फिर आखिरकार उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।

बच्चे ने घर से चुराया 4 तोला सोना

फ्री फायर का नशा मध्य प्रदेश के छत्तरपुर जिले के रहने वाले दो बच्चों पर इस कदर चढ़ा कि उन्होंने अपने ही घर से लाखों रुपये के जेवर चोरी कर लिए। अंकुर ने ऑनलाइन क्लास के नाम पर इंटरनेट से जुड़ना शुरू किया। वो अपने मम्मी के मोबाइल को यूज करता। धीरे -धीरे उसे मोबाइल पर फ्री फायर गेम खेलने की आदत पड़ गई। उसके पास ही रहने वाला एक दोस्त भी साथ में पढाई के बहाने हर वक्त अंकुर के साथ ही रहता। दोनों को इस गेम की लत पड़ने लगी और फिर अंकुर ने अपना खुद का मोबाइल खरीदने का प्लान बना लिया। मोबाइल खरीदने के लिए उसने अपने घर में ही चोरी का प्लान बनाया। घर में चार तोले सोने के जेवर और 20 हज़ार रुपये कैश पड़े हुए थे। उसने अलमारी से वो जेवर और कैश निकाल लिया। जेवर को बेचकर वो बाजार से दो मोबाइल खरीद लाया। पिता को जब बेटे पर शक हुआ तो उन्होंने मोबाइल पर कॉल रिकार्डर डाउनलोड किया और फिर सारा सच सामने आया।


फ्री फायर गेम जैसी से बच्चों को कैसे बचाएं?

1- बच्चों की एक्टिविटी पर ध्यान दें। अगर बच्चा होमवर्क करने के लिए मोबाइल मांग रहा है तो ये ध्यान रखें कि वो होमवर्क ही कर रहा है या कुछ और।

2- बच्चों की दोस्ती किससे हो रही है इस बात का भी पूरा ध्यान रखें। ज्यादातर मामलों में दोस्तों के साथ ही बच्चों को इस तरह के गेमिंग की लत लगती है।

3- बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी में ज्यादा बिजी रखें ताकि वो मोबाइल और दूसरे गैजेट्स से दूर रहें।

4- बच्चों को आप पूरी तरह से इंटरनेट या मोबाइल से दूर नहीं कर सकते इसलिए उनका स्क्रीन टाइम फिक्स कर दें।

5- घर में खुद भी ज्यादा मोबाइल या लैपटॉप के इस्तेमाल से बचें। ज्यादा से वक्त बच्चों के साथ बिताएं।

6- घर में किताबें पढ़ने की आदत डालें। अगर आप खुद भी किताबें पढ़ेंगे तो बच्चे भी आपको देखकर उसी आदत को सीखेंगे।

मोबाइल न देने पर नदी में छलांग लगाई

उत्तर प्रदेश के चंदौली में 15 साल के शिवांश चंदौली ने फ्री फायर गेम की वजह से गंगा में छलांग लगा दी। शिवांश इस गेम को खेलने के लिए अपनी मां से मोबाइल खरीदने की मांग रहा था। मां ने शिवांश को मोबाइल देने से इनकार कर दिया और पढ़ाई पर ध्यान लगाने के लिए कहा। इस बात से शिवांश इतना नाराज़ हो गया कि अगले दिन स्कूल जाने के लिए घर से निकला, लेकिन रास्ते में एक पुल पर चढ़कर गंगा नदीं में छलांग लगा दी। पास में मौजूद मछुआरों ने शिवांश को नदी में कूदते हुए देख लिया था। उन्होंने फटाफट नदी में कूदकर उसकी जान बचा ली।


फ्री फायर गेम की वजह से सुसाइड किया

मध्यप्रदेश के दमोह में फ्री फायर गेम की लत की वजह से 17 साल के विकास सिंह ने सुसाइड कर लिया। कुछ समय पहले ही माता-पिता ने उसे ऑनलाइन क्लास के लिए मोबाइल खरीद कर दिया था, लेकिन उसे फ्री फायर गेम को खेलने की लत पड़ गई थी। एक दिन सुबह-सुबह उसके पिता ने उसे ये गेम खेलते देखा तो उसका मोबाइल छीन लिया। विकास को इस बात से इतना गुस्सा आया कि उसने थोड़ी ही देर में पंखे से लटकर अपनी जान दे दी। ऑनलाइन गेम की लत की वजह से एक अच्छा खासा परिवार बर्बाद हो गया।


भोपाल में भी बच्चे ने फांसी लगाई

भोपाल में भी इसी साल की शुरूआत में ऐसा ही दर्दनाक मामला सामने आया था। यहां एक बच्चे ने फ्री फायर गेम में मिलने वाले टारगेट को पूरा करने के लिए पंखे से लटकर फांसी लगा ली। इस बच्चे को लंबे समय से इस गेम की लत लग गई थी। वो अक्सर टीवी पर भी इस गेम को खेलता था। बच्चे ने अपने माता-पिता से गेम खेलने के लिए ड्रेस भी मंगवाई थी। इतना ही नहीं एक-दो बार बच्चे ने अपनी मां के सामने फांसी लगाने की रिहर्सल भी की, लेकिन मां ने उसे डांटकर ऐसा करने से मना कर दिया था। ये बच्चा इस गेम में इस कदर डूबा हुआ था कि उसमें मिले टारगेट को पूरा करने के लिए एक दिन उसने सच में ही फांसी लगा ली।


गेम की वजह से बना मानसिक रोगी

महाराष्ट्र के धुले इलाके में एक लड़का इस गेम की वजह से मानसिक रोगी बन गया। लंबे समय से फ्री फायर गेम खेलने की वजह से वो इसका एडिक्ट होने लगा। वो हाथ से ऐसे इशारा करता कि जैसे उसके हाथ में बंदूक है और सामने कोई दुश्मन। फ्री फायर गेम उसके दिमाग पर बुरी तरह से हावी हो गया। सोते जागते उसके दिमाग में सिर्फ ये गेम चलता रहता। माता-पिता ने जब अपने बेटे की ऐसी हालत देखी तो उन्होंने डॉक्टर को दिखाया और अब उसका इलाज चल रहा है।


किस उम्र के बच्चे खेलते हैं फ्री फायर गेम? 

ऑनलाइन गेमिंग आजकल बच्चे बेहद छोटी उम्र में ही शुरू कर देते हैं। स्कूल, ट्यूशन, डे केयर जैसी जगहों से बच्चे एक दूसरे से गेमिंग के बारे में जानते हैं और फिर वो खुद भी उसे खेलना चाहते हैं। 10-18 साल की उम्र के बच्चे फ्री फायर जैसे गेम के चक्कर में सबसे ज्यादा फंसते हैं। इस उम्र के बच्चों को ये गेम काफी ज्यादा अट्रेक्ट करता है। हालांकि गेम को खेलने की उम्र 12 साल लिखी गई है, लेकिन बच्चे गूगल अकाउंट में गलत उम्र डालकर इस गेम को खेलना शुरू कर देते हैं।



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