
टेक्सटाइल और गारमेंट्स में जीएसटी की दरों में बढ़ोत्तरी से व्यापारी खफा
टेक्सटाइल और गारमेंट्स में जीएसटी की दरों में बढ़ोत्तरी से व्यापारी खफा
देश में लगातार बढ़ती महंगाई को लेकर जहां आम जन पहले से ही परेशान है। ऐसे में केंद्र सरकार ने लोगों की मुश्किलों को दूर करने की बजाय उन्हें एक और बड़ा झटका दे दिया है।टेक्सटाइल और गारमेंट्स में जीएसटी की दरों में 12 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी संबंधी केद्र सरकार के प्रस्ताव को लेकर व्यापारी खफा हो गए है। और उनमें सरकार के फैसले के खिलाफ काफी गुस्सा देखा जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान कपड़ों के दामों में काफी बढ़ोतरी हुई है। उसके बाद जीएसटी रेट बढ़ने की वजह से लोगों को ओर भी ज्यादा जेब हल्की करनी पड़ सकती है।
जीएसटी लगने से उपभोक्ता पर पड़ेंगा अतिरिक् वित्तीय बोझ
प्रिया इम्पेक्स के मालिक संजय ठाकुर ने कहा कि सरकार से डिमांड है कि नोटिफिकेशन को वापस लिया जाए। कपड़ों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, तो अंतिम उपभोक्ता पर वित्तीय बोझ पड़ेगा।वहीं रोजगार और उत्पादन में कमी आएगी। इससे ‘आत्म निर्भर भारत’ का अभियान भी कमजोर होगा।
व्यापार में दिक्कत आएगी साथ ही छोटे व्यापारियों पर बिजनेस में लागत बढ़ाने का दबाव होगा। इससे निर्यात पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा
नरपत सिंह राजपुरोहित-कपड़ा व्यवसायी बोईसर