सलामत रहे दोस्ताना हमारा.. डॉ.दिनेश मिश्रा
मुंबई। दुनिया में कुछ रिश्ते ऐसे हैं, जो हमें ईश्वर की तरफ़ से नहीं मिलते, बल्कि उन्हें हम ख़ुद अपनी जिंदगी के लिए चुनते हैं। उन्हीं में से एक रिश्ता है दोस्ती का। हम अपने दोस्त ख़ुद ही चुनते हैं। ये दोस्त हमारी खुशी में साथ नाचते हैं, तो ग़म में हाथ थामे रहते हैं। इसी तरह की मिसाल मुंबई, वर्ली के बीडीडी चॉल निवासी डॉ.दिनेश मिश्रा व रियल स्टेट का बिजनेस करने वाले प्रमोद तिवारी की दोस्ती की मिसाल इर्द-गिर्द के लोग भी देते हैं। दरअसल प्रमोद तिवारी, जो कि बरुआ बैरमपुर, अकबरपुर, जिला अंबेडकर नगर,उत्तर प्रदेश निवासी, पिछले दिनों अपने दोस्त डॉक्टर के घर पत्नी बेबी तिवारी व बच्चों के साथ आए। इस पर डॉ. दिनेश भी १९८३ से लेकर आज तक इस अटूट रिस्ते को निभाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़े। डॉक्टर अपनी पत्नी रेखा मिश्रा संघ निकल पड़े धार्मिक व तीर्थस्थलों पर। इस पर डॉक्टर के पत्रकार साथी प्रभाकर सिंह सोमवंशी को भी रहाइस नहीं हुआ तो उन्होंने भी इस दोस्ती के किस्से को जग जाहिर करके ही माने। सलामत रहे अपना सबका यह दोस्ताना।